--
-- --
--
मुंबई: मुंबई पुलिस की जांच में सामने आया है कि विवादित उपदेशक जाकिर नाइक के बैंक अकाउंट्स में पिछले तीन सालों में तीन अलग-अलग देशों से 60 करोड़ रुपये आए हैं। नाइक के परिवार के सदस्यों से जुड़े पांच बैंक खातों में यह रकम जमा की गई है।
अंग्रेजी अखबार टाइम्स ऑफ इंडिया में छपी खबर के मुताबिक पुलिस ने पैसों के लेन-देन की जांच की थी और ट्रांजेक्शन की पूरी जानकारी हासिल की। पुलिस का कहना है - 'हमें अभी तक यह पता नहीं चला है कि यह पैसा किस मकसद के उनके खातों में जमा कराया गया।' हालांकि जांच अधिकारी ने साफ किया कि जिन बैंक खातों में पैसा जमा कराया गया है वे नाइक के एनजीओ इस्लामिक रिसर्च फाउंडेशन के नहीं हैं बल्कि नाइक के निजी खाते हैं।
जांच अधिकारी का कहना है, 'हम जाकिर नाइक से इस मामले में पूछताछ कर सकते हैं, हम आय के साधनों, बैंक खातों में पैसा जमा कराने वालों और नाइक के बीच संबंधों की भी पड़ताल करेंगे।' एक पुलिस अधिकारी के बताया कि आयकर विभाग से विस्तृत जानकारी मांगी गई है। गौरतलब है कि धार्मिक गुरु जाकिर नाइक अपने उत्तेजक भाषणों के कारण जांच के घेरे में है। जाकिर नाईक इस्लामिक रिसर्च फाउंडेशन का संस्थापक है।
नाइक ने पिछले 15 जुलाई को सउदी अरब से स्काइप के जरिये भारतीय मीडिया से लंबी बातचीत की थी। इस बातचीत में नाइक ने इस आरोप को खारिज कर दिया था कि उसके भाषणों ने आतंकवादी गतिविधि को प्रेरित किया, जिसमें ढाका हमला शामिल है। नाइक ने इस वर्ष भारत वापस लौटने की बात खारिज कर दी है और दावा किया है कि उसकी टिप्पणियों को ‘संदर्भ के बाहर दिखाया गया’ और यह कि उसने कभी किसी आतंकवादी गतिविधि को प्रेरित नहीं किया।
इस्लामी प्रचारक जाकिर नाइक के कथित भड़काउ भाषणों की जांच कर रही मुम्बई पुलिस ने अपनी रिपोर्ट महाराष्ट्र के गृह विभाग को सौंप दी है। जाकिर नाइक विभिन्न केंद्रीय एजेंसियों के भी जांच के घेरे में है। मुम्बई पुलिस से कहा गया था कि वह नाइक के आनलाइन उपलब्ध पूर्व के भाषणों की जांच करे ताकि यह देखा जा सके कि क्या उनमें से किसी ने युवाओं को आतंकवादी संगठनों में शामिल होने के लिए प्रेरित किया होगा। ऐसी खबरें थी कि उसके भाषणों ने ढाका आतंकवादी हमलों में शामिल कुछ आतंकवादियों को प्रेरित किया था। नाइक फिलहाल विदेश में है और ढाका हमले के कुछ हमलावरों को अपने भाषणों से प्रेरित करने के आरोपों को लेकर आलोचनाओं का सामना कर रहा है।
-- Sponsored Links:-
-- --
--
मुंबई: मुंबई पुलिस की जांच में सामने आया है कि विवादित उपदेशक जाकिर नाइक के बैंक अकाउंट्स में पिछले तीन सालों में तीन अलग-अलग देशों से 60 करोड़ रुपये आए हैं। नाइक के परिवार के सदस्यों से जुड़े पांच बैंक खातों में यह रकम जमा की गई है।
अंग्रेजी अखबार टाइम्स ऑफ इंडिया में छपी खबर के मुताबिक पुलिस ने पैसों के लेन-देन की जांच की थी और ट्रांजेक्शन की पूरी जानकारी हासिल की। पुलिस का कहना है - 'हमें अभी तक यह पता नहीं चला है कि यह पैसा किस मकसद के उनके खातों में जमा कराया गया।' हालांकि जांच अधिकारी ने साफ किया कि जिन बैंक खातों में पैसा जमा कराया गया है वे नाइक के एनजीओ इस्लामिक रिसर्च फाउंडेशन के नहीं हैं बल्कि नाइक के निजी खाते हैं।
जांच अधिकारी का कहना है, 'हम जाकिर नाइक से इस मामले में पूछताछ कर सकते हैं, हम आय के साधनों, बैंक खातों में पैसा जमा कराने वालों और नाइक के बीच संबंधों की भी पड़ताल करेंगे।' एक पुलिस अधिकारी के बताया कि आयकर विभाग से विस्तृत जानकारी मांगी गई है। गौरतलब है कि धार्मिक गुरु जाकिर नाइक अपने उत्तेजक भाषणों के कारण जांच के घेरे में है। जाकिर नाईक इस्लामिक रिसर्च फाउंडेशन का संस्थापक है।
नाइक ने पिछले 15 जुलाई को सउदी अरब से स्काइप के जरिये भारतीय मीडिया से लंबी बातचीत की थी। इस बातचीत में नाइक ने इस आरोप को खारिज कर दिया था कि उसके भाषणों ने आतंकवादी गतिविधि को प्रेरित किया, जिसमें ढाका हमला शामिल है। नाइक ने इस वर्ष भारत वापस लौटने की बात खारिज कर दी है और दावा किया है कि उसकी टिप्पणियों को ‘संदर्भ के बाहर दिखाया गया’ और यह कि उसने कभी किसी आतंकवादी गतिविधि को प्रेरित नहीं किया।
इस्लामी प्रचारक जाकिर नाइक के कथित भड़काउ भाषणों की जांच कर रही मुम्बई पुलिस ने अपनी रिपोर्ट महाराष्ट्र के गृह विभाग को सौंप दी है। जाकिर नाइक विभिन्न केंद्रीय एजेंसियों के भी जांच के घेरे में है। मुम्बई पुलिस से कहा गया था कि वह नाइक के आनलाइन उपलब्ध पूर्व के भाषणों की जांच करे ताकि यह देखा जा सके कि क्या उनमें से किसी ने युवाओं को आतंकवादी संगठनों में शामिल होने के लिए प्रेरित किया होगा। ऐसी खबरें थी कि उसके भाषणों ने ढाका आतंकवादी हमलों में शामिल कुछ आतंकवादियों को प्रेरित किया था। नाइक फिलहाल विदेश में है और ढाका हमले के कुछ हमलावरों को अपने भाषणों से प्रेरित करने के आरोपों को लेकर आलोचनाओं का सामना कर रहा है।
-- Sponsored Links:-
0 comments:
Post a Comment