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भारतीय निशानेबाज जीतू राय अपने प्रशंसकों की उम्मीद तोड़ते हुए अपनी
पसंदीदा स्पर्धा पुरुष 50 मीटर पिस्टल के फाइनल में जगह बनाने में नाकाम
रहे और रियो ओलंपिक से बाहर हो गए। एशियाई खेलों के स्वर्ण पदक विजेता 28
साल के जीतू छह सीरीज के क्वालीफाइंग राउंड में 12वें स्थान पर रहे। वह
ओलंपिक शूटिंग सेंटर में पांचवीं सीरीज के बाद चौथे स्थान पर चल रहे थे।
उनका कुल स्कोर 554 रहा।
गत चैम्पियन कोरिया के जिन जोंगहो क्वालीफिकेशन में 567 अंक के साथ शीर्ष पर रहे। चीन के पेंग वेई (565) ने दूसरा जबकि कोरिया के हेन सेयुंगवू (562) ने तीसरा स्थान हासिल किया। इसी स्पर्धा में हिस्सा ले रहे एक अन्य भारतीय प्रकाश नांजप्पा 547 अंक के साथ 41 निशानेबाजों में 25वें स्थान पर रहे जिससे निशानेबाजी में भारत का नीरस प्रदर्शन जारी रहा।
कई आईएसएसएफ विश्व कप, विश्व चैम्पियनशिप, एशियाई खेलों और राष्ट्रमंडल खेलों के पदक विजेता जीतू ने क्वालीफिकेशन में 91 से शुरुआत की और फिर दूसरी सीरीज में 95 का स्कोर बनाया। अगली तीन सीरीज में इस भारतीय ने 90, 94 और 95 अंक जुटाए जिसमें पांचवीं सीरीज में 10 अंक के चार स्कोर शामिल रहे जिससे इस सीरीज के समाप्त होने के बाद वह चौथे स्थान पर पहुंच गए थे।
सेना का यह निशानेबाज हालांकि अंतिम सीरीज में आठ अंक के दो स्कोर के साथ 88 अंक ही बना सका। उन्होंने अंतिम शाट में 10 अंक जुटाए लेकिन यह अपने पहले ओलंपिक में एलीमिनेशन से बचने के लिए काफी नहीं था।
इससे पहले रविवार को भी जीतू को खराब शुरुआत का खामियाजा भुगतना पड़ा था और वह 10 मीटर एयर पिस्टल के फाइनल में जगह बनाने के बावजूद सबसे पहले बाहर हो गए थे।
गत चैम्पियन कोरिया के जिन जोंगहो क्वालीफिकेशन में 567 अंक के साथ शीर्ष पर रहे। चीन के पेंग वेई (565) ने दूसरा जबकि कोरिया के हेन सेयुंगवू (562) ने तीसरा स्थान हासिल किया। इसी स्पर्धा में हिस्सा ले रहे एक अन्य भारतीय प्रकाश नांजप्पा 547 अंक के साथ 41 निशानेबाजों में 25वें स्थान पर रहे जिससे निशानेबाजी में भारत का नीरस प्रदर्शन जारी रहा।
कई आईएसएसएफ विश्व कप, विश्व चैम्पियनशिप, एशियाई खेलों और राष्ट्रमंडल खेलों के पदक विजेता जीतू ने क्वालीफिकेशन में 91 से शुरुआत की और फिर दूसरी सीरीज में 95 का स्कोर बनाया। अगली तीन सीरीज में इस भारतीय ने 90, 94 और 95 अंक जुटाए जिसमें पांचवीं सीरीज में 10 अंक के चार स्कोर शामिल रहे जिससे इस सीरीज के समाप्त होने के बाद वह चौथे स्थान पर पहुंच गए थे।
सेना का यह निशानेबाज हालांकि अंतिम सीरीज में आठ अंक के दो स्कोर के साथ 88 अंक ही बना सका। उन्होंने अंतिम शाट में 10 अंक जुटाए लेकिन यह अपने पहले ओलंपिक में एलीमिनेशन से बचने के लिए काफी नहीं था।
इससे पहले रविवार को भी जीतू को खराब शुरुआत का खामियाजा भुगतना पड़ा था और वह 10 मीटर एयर पिस्टल के फाइनल में जगह बनाने के बावजूद सबसे पहले बाहर हो गए थे।
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