कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने 92 रनों की नाबाद पारी खेलकर अपने आलोचकों को करारा जवाब दिया। उन्हें कुछ आलोचक चुका हुआ मानकर कप्तानी से हटाने की बात कहने लगे हैं। उन्होंने होलकर स्टेडियम में शानदार पारी खेलने के बाद बतौर कप्तान भी एक बार फिर खुद को साबित किया। मैच के बाद जब वे प्रेस कॉन्फ्रेंस में आए तो जीत की खुशी चेहरे पर झलक रही थी। वे काफी शांत लग रहे थे। ऐसा लग रहा था इस जीत से उन्हें संजीवनी मिल गई हो।
बड़े स्कोर की उम्मीद थी : 92 रनों की इनिंग से मैन ऑफ द मैच बने धोनी से जब पूछा गया कि क्या सेन्चुरी उनके दिमाग में थी। उन्होंने कहा, नहीं, मैं सेन्चुरी नहीं सिर्फ ये सोच रहा था कि टीम का स्कोर ज्यादा से ज्यादा हो।
इंदौर को कहा थैंक्यू : धोनी ने इंदौर के क्रिकेट फैन्स
को भी धन्यवाद दिया। उन्होंने कहा इंदौर के लोगों ने बहुत सपोर्ट किया।
बीच में जब एक डल फेज आया था जब उनकी (द.अफ्रीका) पार्टनरशिप चल रही थी।
हमें विकेट नहीं मिल रहे थे और जब एक विकेट मिला तो क्राउड ने उत्साह
जबरदस्त था। ऐसा सपोर्ट अच्छा लगता है। यदि आप देखें तो डिविलियर्स को भी
दर्शकों ने सपोर्ट किया। कोई अच्छा करता है तो हम उसे प्यार देते हैं।
इंदौर में ग्राउंड छोटा है। हमें उम्मीद थी स्कोर बड़ा होगा लेकिन ऐसा हुआ
नहीं।
बॉलर्स की तारीफ : धोनी ने जीत का श्रेय बॉलर्स को दिया।
उन्होंने कहा ये एक ऐसी जीत है जिसमें बॉलर्स का योगदान ज्यादा है। यदि
बॉलर्स 40 रन बचा रहे हैं तो ये बड़ी बात है। साउथ अफ्रीका की बात करें तो
फास्ट बॉलिंग खासकर स्टेन और मोर्केल उनकी ताकत हैं। लेकिन हमारे बॉलर्स ने
भी अच्छा प्रदर्शन किया।
आलोचक हमेशा खुली तलवार लेकर बैठे रहते हैं : धोनी ने आलोचकों
पर निशाना साधते हुए कहा कि कई लोग हमेशा खुली तलवार लेकर बैठे रहते हैं।
वो चाहते हैं कि मैं गलतियां करूं और वो मजे ले सकें। यह हमारे लिए अच्छा
खेल था लेकिन यह आसान बिल्कुल भी नहीं था। धोनी ने कहा कि वह टीम की
परफॉर्मेंस से पूरी तरह खुश नहीं है लेकिन लगातार हार के बाद जीतना अच्छा
अनुभव है। उन्होंने कहा “बॉलिंग की शुरुआत अच्छी नहीं रही, लेकिन स्पिनर्स
ने बाद में बेहतरीन प्रदर्शन किया। आखिरी ओवर्स में फास्ट बॉलर्स ने भी
विकेट निकाले। हम अपनी क्षमता का 80 प्रतिशत प्रदर्शन नहीं कर पा रहे हैं
और सुधार की गुंजाइश है।”
अब राजकोट में क्या... ये पूछने पर धोनी ने मजाकिया लहजे में
कहा, इंदौर का मैच जीत गए हैं। अभी सामान पैक करेंगे। हमें नहीं पता राजकोट
का विकेट कैसा है। अभी इसके बारे में नहीं सोचा।
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