शोधकर्ताओं ने पाया कि अगर सेल्फी सोशल मीडिया पर शेयर करने का लेवल बढ़ जाता है तो उनको फ्रेंड्स और सहयोगियों द्वारा लाइक और सपोर्ट करने का लेवल घट जाता है। ऐसा इसीलिए भी क्योंकि फेसबुक जैसी साइट्स पर बहुत से लोग अपनी पोस्ट शेयर करते हैं। सभी अपने हिसाब से अपनी चीजें शेयर करते हैं। ऐसे में सबको लाइक और सपोर्ट करना काफी मुश्किल होता है।
द हेल्थ साइट की खबर के मुताबिक, ब्रिटीश रिसर्च में ये बात सामने आई है कि जो लोग बहुत ज्यादा सोशल मीडिया पर सेल्फी शेयर करते हैं उससे रियल लाइफ रिलेशनशिप में दरार आ सकती है।
रिसर्च में ये भी पाया गया कि परिवार संग सेल्फी खींचने से आपको हमसफर भी सपोर्ट करना कम कर देता है। साथ ही ये भी पाया गया कि युवा लड़कियों को उनकी सेल्फी और पोस्ट पर ज्यादा लाइक्स और सपोर्ट मिलता है बजाय पुराने लोगों और पुरुषों की पोस्ट के।
बर्मिंघम यूनिवर्सिटी के शोधकर्ता डेविड हफंग्टन के मुताबिक जो लोग अपनी फोटो अक्सर सोशल मीडिया पर शेयर करते हैं उनके करीबी लोगों को ये अच्छा नहीं लगता।
द हेल्थ साइट की खबर के मुताबिक, ब्रिटीश रिसर्च में ये बात सामने आई है कि जो लोग बहुत ज्यादा सोशल मीडिया पर सेल्फी शेयर करते हैं उससे रियल लाइफ रिलेशनशिप में दरार आ सकती है।
रिसर्च में ये भी पाया गया कि परिवार संग सेल्फी खींचने से आपको हमसफर भी सपोर्ट करना कम कर देता है। साथ ही ये भी पाया गया कि युवा लड़कियों को उनकी सेल्फी और पोस्ट पर ज्यादा लाइक्स और सपोर्ट मिलता है बजाय पुराने लोगों और पुरुषों की पोस्ट के।
बर्मिंघम यूनिवर्सिटी के शोधकर्ता डेविड हफंग्टन के मुताबिक जो लोग अपनी फोटो अक्सर सोशल मीडिया पर शेयर करते हैं उनके करीबी लोगों को ये अच्छा नहीं लगता।
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