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नई दिल्ली : आतंकी संगठन इंडियन मुजाहिदीन (आईएम) के सबसे पुराने सदस्य और प्रमुख कोष संग्रहकर्ता को शुक्रवार को यहां के इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे पर गिरफ्तार किया गया। एनआईए के अधिकारियों ने बताया कि कर्नाटक के भटकल के रहने वाले 32 साल के अब्दुल वाहिद सिद्दीबापा को दुबई से पहुंचने के बाद गिरफ्तार किया गया।
अब्दुल आईएम के सह संस्थापकों रियाज और यासिन भटकल का करीबी रिश्तेदार है और योजना बनाने एवं गतिविधियों के आयोजन में आतंकी संगठन को रणनीतिक तथा वित्तीय मदद मुहैया कराने में संलिप्त था। एनआईए के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, 'एक बड़ी उपलब्धि एजेंसी के हाथ लगी है। उससे पूछताछ के जरिए आईएम की गतिविधियों से संबंधित कई महत्वपूर्ण सूचनाएं मिल सकती हैं और कई दूसरे सदस्यों की गिरफ्तारी हो सकती है।'
उन्होंने कहा कि अब्दुल दुबई में रहता था और वहां कथित रूप से आईएम के लिए लोगों की भर्ती करता था। वह आतंकी संगठन के संचालन के लिए धन कोष के संग्रह में और भारत में आतंकी घटनाओं को अंजाम देने में बेहद महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा था। अधिकारी ने साथ ही कहा कि अब्दुल ने वहां से संगठन की गतिविधियों के लिए धन दिया था। उन्होंने बताया कि अब्दुल भारत में कई जगहों पर हमले की आईएम की साजिश से संबंधित मामले में वांछित था। उसके खिलाफ गिरफ्तारी का वारंट था जिसके आधार पर उसे गिरफ्तार किया गया। उसके खिलाफ रेड कॉर्नर नोटिस भी जारी किया गया था। उसे शुक्रवार को एक विशेष अदालत में पेश किया गया जिसने उसे एनआईए की सात दिनों की हिरासत में भेज दिया।
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नई दिल्ली : आतंकी संगठन इंडियन मुजाहिदीन (आईएम) के सबसे पुराने सदस्य और प्रमुख कोष संग्रहकर्ता को शुक्रवार को यहां के इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे पर गिरफ्तार किया गया। एनआईए के अधिकारियों ने बताया कि कर्नाटक के भटकल के रहने वाले 32 साल के अब्दुल वाहिद सिद्दीबापा को दुबई से पहुंचने के बाद गिरफ्तार किया गया।
अब्दुल आईएम के सह संस्थापकों रियाज और यासिन भटकल का करीबी रिश्तेदार है और योजना बनाने एवं गतिविधियों के आयोजन में आतंकी संगठन को रणनीतिक तथा वित्तीय मदद मुहैया कराने में संलिप्त था। एनआईए के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, 'एक बड़ी उपलब्धि एजेंसी के हाथ लगी है। उससे पूछताछ के जरिए आईएम की गतिविधियों से संबंधित कई महत्वपूर्ण सूचनाएं मिल सकती हैं और कई दूसरे सदस्यों की गिरफ्तारी हो सकती है।'
उन्होंने कहा कि अब्दुल दुबई में रहता था और वहां कथित रूप से आईएम के लिए लोगों की भर्ती करता था। वह आतंकी संगठन के संचालन के लिए धन कोष के संग्रह में और भारत में आतंकी घटनाओं को अंजाम देने में बेहद महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा था। अधिकारी ने साथ ही कहा कि अब्दुल ने वहां से संगठन की गतिविधियों के लिए धन दिया था। उन्होंने बताया कि अब्दुल भारत में कई जगहों पर हमले की आईएम की साजिश से संबंधित मामले में वांछित था। उसके खिलाफ गिरफ्तारी का वारंट था जिसके आधार पर उसे गिरफ्तार किया गया। उसके खिलाफ रेड कॉर्नर नोटिस भी जारी किया गया था। उसे शुक्रवार को एक विशेष अदालत में पेश किया गया जिसने उसे एनआईए की सात दिनों की हिरासत में भेज दिया।
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