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उत्तर प्रदेश बड़ा प्रदेश होने के नाते यहाँ के विधानसभा चुनाव भी बहुत महत्वपूर्ण होते हैं।कांग्रेस पिछले सत्ताइस सालों से वनवासी बनी है और सत्ता प्राप्ति करने के लिये ऐलान कर दिया है कि सत्ता में आने पर बैंक कर्ज पूरा और बिजली हाफ माफ कर दूंगा। प्रदेश की सत्ता में महत्वपूर्ण भूमिका अदा करने वाली सत्तारूढ़ सपा ने कहा है कि अगर पुनः सत्ता में वापस हुयी तो वह लेपटाप की तरह स्मार्टफोन मुफ्त में देगी।बसपा कह रही है कि अगर वह सत्ता में आयी तो वह सपा कार्यकाल में हुयी मनमानी भ्रष्टाचार की जांच करायेगी।कांग्रेस कहती है कि उसे हिन्दू मुसलमान सिख ईसाई सबका वोट मिलेगा और सत्ताइस साल पुनः वापसी होगी और ब्राह्मण मुख्यमंत्री होगा जो एनडी तिवारी के बाद नहीं हुआ है।बसपा का भी दावा है दलित पूरा बाकी का कम से कम आधा उसे मिलेगा और हम दलित मुस्लिम अगडे पिछड़े के साथ ब्राह्मणों के सहारे अगली सरकार बनायेगें।कांग्रेस ने राहुल गाँधी संदेश यात्रा शुरू कर दी है तो प्रदेश की सरकार के अगुवा अखिलेश यादव ने विकास विजय रथ यात्रा शुरू कर दी है।कांग्रेस सपा से गठबंधन करके सत्ता के गलियारे पर पहुँचना चाहती है किन्तु गठबंधन में अखिलेश का होना जरूरी है क्योंकि सपा में अखिलेश ही ऐसे हैं जिनके कार्यों स्वभाव नीतियों व ईमानदारी की प्रसंशा उनके विरोधी भी करते हैं। अखिलेश की कमाई के सहारे चाहे कांग्रेस हो चाहे रालोद हो सबकी नैय्या किनारे लग सकती है यह सभी को आशा है।भाजपा भले ही अकेली हो लेकिन सभी के लिये हौव्वा बनी हुयी है और सभी उसी के सहारे अपनी वैतरणी पार लगाना चाहते है।सभी दल उसी पर वार करके खासतौर पर मुस्लिम मतों को डराकर उसका मुकाबला करना चाहते हैं।सपा इस समय दो धडो में बटी दिखने लगी है और स्थिति जूता पैजार और लाठी डंडे तक पहुँच गयी है।जिन्हें सपा मुखिया पार्टी से निकाल चुके हैं वहीं मुख्यमंत्री के साथ उनके बगल बैठ रहे हैं ।इस माहौल में सपा का जबरदस्त नुकसान भी हो सकता है और फायदा भी हो सकता है। फिलहाल अखिलेश यादव जी को पूरा विश्वास है उनके विकास कार्यो का विजय रथ उन्हें पुनः सत्ता तक पहुंचायेगा।भाजपा अभी गैस और जनधन योजना के तहत ही सीधे जनता से जुड़ी है और उसने अब तक न तो अपने प्रत्याशियों की व न ही आमजनता से जुड़ी किसी समस्या के समाधान की घोषणा कर सकी है। प्रधानमंत्री मोदी की अगुवाई में भी प्रगति यात्रा शुरू होने जा रही है।इसमें प्रधानमंत्री क्या घोषणा करेंगे किस तरह मतदाताओं पर जादू चलायेगें यह अभी भविष्य के गर्त में छिपा है।
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साथियों,
चुनावी मौसम आ गया है और सत्ता हथियाने के लिये विचार धाराओं वसूलो और सिद्धांतों तक से समझौता होने लगे हैं।जिन्हें अब तक चोर बेइमान भ्रष्ट बता रहे थे सत्ता के लिये उन्हें अब ईमानदार बताया जाने लगा है।भाजपा पिछले लोकसभा चुनाव की खुमारी में हैं और उसके विरोधी उसके खिलाफ मोर्चाबंदी में जुट गये हैं।
चुनावी मौसम आ गया है और सत्ता हथियाने के लिये विचार धाराओं वसूलो और सिद्धांतों तक से समझौता होने लगे हैं।जिन्हें अब तक चोर बेइमान भ्रष्ट बता रहे थे सत्ता के लिये उन्हें अब ईमानदार बताया जाने लगा है।भाजपा पिछले लोकसभा चुनाव की खुमारी में हैं और उसके विरोधी उसके खिलाफ मोर्चाबंदी में जुट गये हैं।
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उत्तर प्रदेश बड़ा प्रदेश होने के नाते यहाँ के विधानसभा चुनाव भी बहुत महत्वपूर्ण होते हैं।कांग्रेस पिछले सत्ताइस सालों से वनवासी बनी है और सत्ता प्राप्ति करने के लिये ऐलान कर दिया है कि सत्ता में आने पर बैंक कर्ज पूरा और बिजली हाफ माफ कर दूंगा। प्रदेश की सत्ता में महत्वपूर्ण भूमिका अदा करने वाली सत्तारूढ़ सपा ने कहा है कि अगर पुनः सत्ता में वापस हुयी तो वह लेपटाप की तरह स्मार्टफोन मुफ्त में देगी।बसपा कह रही है कि अगर वह सत्ता में आयी तो वह सपा कार्यकाल में हुयी मनमानी भ्रष्टाचार की जांच करायेगी।कांग्रेस कहती है कि उसे हिन्दू मुसलमान सिख ईसाई सबका वोट मिलेगा और सत्ताइस साल पुनः वापसी होगी और ब्राह्मण मुख्यमंत्री होगा जो एनडी तिवारी के बाद नहीं हुआ है।बसपा का भी दावा है दलित पूरा बाकी का कम से कम आधा उसे मिलेगा और हम दलित मुस्लिम अगडे पिछड़े के साथ ब्राह्मणों के सहारे अगली सरकार बनायेगें।कांग्रेस ने राहुल गाँधी संदेश यात्रा शुरू कर दी है तो प्रदेश की सरकार के अगुवा अखिलेश यादव ने विकास विजय रथ यात्रा शुरू कर दी है।कांग्रेस सपा से गठबंधन करके सत्ता के गलियारे पर पहुँचना चाहती है किन्तु गठबंधन में अखिलेश का होना जरूरी है क्योंकि सपा में अखिलेश ही ऐसे हैं जिनके कार्यों स्वभाव नीतियों व ईमानदारी की प्रसंशा उनके विरोधी भी करते हैं। अखिलेश की कमाई के सहारे चाहे कांग्रेस हो चाहे रालोद हो सबकी नैय्या किनारे लग सकती है यह सभी को आशा है।भाजपा भले ही अकेली हो लेकिन सभी के लिये हौव्वा बनी हुयी है और सभी उसी के सहारे अपनी वैतरणी पार लगाना चाहते है।सभी दल उसी पर वार करके खासतौर पर मुस्लिम मतों को डराकर उसका मुकाबला करना चाहते हैं।सपा इस समय दो धडो में बटी दिखने लगी है और स्थिति जूता पैजार और लाठी डंडे तक पहुँच गयी है।जिन्हें सपा मुखिया पार्टी से निकाल चुके हैं वहीं मुख्यमंत्री के साथ उनके बगल बैठ रहे हैं ।इस माहौल में सपा का जबरदस्त नुकसान भी हो सकता है और फायदा भी हो सकता है। फिलहाल अखिलेश यादव जी को पूरा विश्वास है उनके विकास कार्यो का विजय रथ उन्हें पुनः सत्ता तक पहुंचायेगा।भाजपा अभी गैस और जनधन योजना के तहत ही सीधे जनता से जुड़ी है और उसने अब तक न तो अपने प्रत्याशियों की व न ही आमजनता से जुड़ी किसी समस्या के समाधान की घोषणा कर सकी है। प्रधानमंत्री मोदी की अगुवाई में भी प्रगति यात्रा शुरू होने जा रही है।इसमें प्रधानमंत्री क्या घोषणा करेंगे किस तरह मतदाताओं पर जादू चलायेगें यह अभी भविष्य के गर्त में छिपा है।
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