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मध्य प्रदेश विधान सभा भवन के वास्तु पर एक बार फिर उंगलियां उठ रही हैं।
मध्य प्रदेश विधान सभा में नेता प्रतिपक्ष सत्यदेव कटारे के निधन के बाद
बीजेपी के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय के ट्वीट ने इस आशंका को फिर
से हवा दे दी है।
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दरअसल गुरुवार को सत्यदेव कटारे के निधन के बाद राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने ट्वीट किया, ‘नए विधान सभा भवन में विधान सभा लगने के बाद से विधायकों का दुखद निधन जारी है। यह केवल संयोग है या वास्तु दोष या कुछ और..??’ विजयवर्गीय के इस ट्वीट के बैकग्राउंड में विधान सभा भवन दिख रहा है।
ये पहली बार नहीं है जब मध्य प्रदेश विधानसभा भवन के बनावट पर सवाल खड़े हुए हों। 1996 में जब से विधान सभा इस नई इमारत में लगना शुरू हुई है, तब से अब तक लगभग दो दर्जन से ज्यादा विधायकों की मौत हो चुकी है। जिनमें से कई विधायकों का या तो बीमारियों के कारण निधन हुआ या फिर दुर्घटना के कारण वो काल के गाल में समा गए। मध्य प्रदेश विधान सभा की इस इमारत को मशहूर आर्किटेक्ट चार्ल्स कोरिया ने डिजाइन किया था, इससे पहले विधानसभा मिंटो हाल में लगा करती थी।
इस विधानसभा भवन में ये 14वीं विधान सभा चल रही है, जो 2013 में शिवराज सरकार के तीसरी बार सत्ता में आने के बाद शुरू हुई, लेकिन अकेले इसी 14वीं विधानसभा के दौरान अब तक 6 विधायकों की मौत हो चुकी है।इनमें प्रभात पांडे, राजेश यादव, सज्जन सिंह उइके, तुकोजीराव पवार, राजेंद्र सिंह दादू और सत्यदेव कटारे का नाम है, लेकिन इसके अलावा जब 1996 से इस इमारत में विधानसभा लगना शुरू हुई, तब से ही विधायकों की किसी ना किसी कारण से मौत का सिलसिला जारी है और इसी को कैलाश विजयवर्गीय ने आधार बनाते हुए ट्वीट किया है।
इन विधायकों का हो चुका है निधन:
मगन सिंह पटेल, लिखीराम कांवरे, ओंकार प्रसाद तिवारी, दरियाब सिंह, रणधीर सिंह, कृष्णपाल सिंह, शिवप्रताप सिंह, संयोगिता देवी, लालसिंह पटेल, वेस्ता पटेल, किशोरीलाल वर्मा, दिलीप भटेरे, प्रकाश सोनकर, लक्ष्मण सिंह गौड़, अमरसिंह कोठार, लवकेश सिंह, सुनील नायक, जमुना देवी, माखनलाल जाटव, हरवंश सिंह, ईश्वरदास रोहाणी, रत्नेश सोलोमन, खुमानसिंह शिवाजी।
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दरअसल गुरुवार को सत्यदेव कटारे के निधन के बाद राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने ट्वीट किया, ‘नए विधान सभा भवन में विधान सभा लगने के बाद से विधायकों का दुखद निधन जारी है। यह केवल संयोग है या वास्तु दोष या कुछ और..??’ विजयवर्गीय के इस ट्वीट के बैकग्राउंड में विधान सभा भवन दिख रहा है।
ये पहली बार नहीं है जब मध्य प्रदेश विधानसभा भवन के बनावट पर सवाल खड़े हुए हों। 1996 में जब से विधान सभा इस नई इमारत में लगना शुरू हुई है, तब से अब तक लगभग दो दर्जन से ज्यादा विधायकों की मौत हो चुकी है। जिनमें से कई विधायकों का या तो बीमारियों के कारण निधन हुआ या फिर दुर्घटना के कारण वो काल के गाल में समा गए। मध्य प्रदेश विधान सभा की इस इमारत को मशहूर आर्किटेक्ट चार्ल्स कोरिया ने डिजाइन किया था, इससे पहले विधानसभा मिंटो हाल में लगा करती थी।
इस विधानसभा भवन में ये 14वीं विधान सभा चल रही है, जो 2013 में शिवराज सरकार के तीसरी बार सत्ता में आने के बाद शुरू हुई, लेकिन अकेले इसी 14वीं विधानसभा के दौरान अब तक 6 विधायकों की मौत हो चुकी है।इनमें प्रभात पांडे, राजेश यादव, सज्जन सिंह उइके, तुकोजीराव पवार, राजेंद्र सिंह दादू और सत्यदेव कटारे का नाम है, लेकिन इसके अलावा जब 1996 से इस इमारत में विधानसभा लगना शुरू हुई, तब से ही विधायकों की किसी ना किसी कारण से मौत का सिलसिला जारी है और इसी को कैलाश विजयवर्गीय ने आधार बनाते हुए ट्वीट किया है।
इन विधायकों का हो चुका है निधन:
मगन सिंह पटेल, लिखीराम कांवरे, ओंकार प्रसाद तिवारी, दरियाब सिंह, रणधीर सिंह, कृष्णपाल सिंह, शिवप्रताप सिंह, संयोगिता देवी, लालसिंह पटेल, वेस्ता पटेल, किशोरीलाल वर्मा, दिलीप भटेरे, प्रकाश सोनकर, लक्ष्मण सिंह गौड़, अमरसिंह कोठार, लवकेश सिंह, सुनील नायक, जमुना देवी, माखनलाल जाटव, हरवंश सिंह, ईश्वरदास रोहाणी, रत्नेश सोलोमन, खुमानसिंह शिवाजी।
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