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नई दिल्ली। उत्तर प्रदेश की राजनीति में किसी बड़े
उलटफेर के लिए तैयार बिहार के सीएम नीतीश कुमार की पार्टी जनता दल (यू.)
शुक्रवार 21 अक्टूबर से अपने बूथ स्तरीय कार्यकर्ता सम्मेलन की शुरूआत कर
रही है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को उनके ही संसदीय क्षेत्र में पटखनी
देने के लिए जदयू ने खास रणनीति के तहत वाराणसी समेत पूर्वांचल की सीटों पर
ध्यान केन्द्रित किया है। इस रणनीति को अमलीजामा पहनाने के लिए 21
अक्टूबर शुक्रवार को सबसे पहले वाराणसी की रोहनिया, इसके बाद सेवापुरी और
फिर कैंट विधानसभा क्षेत्र में बूथ स्तरीय कार्यकर्ता सम्मेलन आयोजित किए
जाएंगे।
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सम्मेलनों के मुख्य अतिथि प्रदेश प्रभारी राज्य सभा सांसद आरसीपी सिंह होंगे और अध्यक्षता प्रदेश अध्यक्ष यूपी जदयू सुरेश निरंजन भैया जी करेंगे। इसके साथ विशिष्ट अतिथि के रूप में विधायक वशिष्ठ सिंह पटेल और पूर्व विधायक प्रमोद पटेल मौजूद रहेंगे। रोहनिया के लिए डॉ.आरएस सिंह पटेल, सेवापुरी के लिए अवधेश सिंह पटेल और कैंट विधानसभा के लिए सुशील कश्यप को जिम्मेदारी सौंपी गई है।
क्यों खास है रोहनिया- सेवापुरी-कैंट विधानसभा सीट-
कुर्मी(पटेल) समाज के वोट बैंक को ध्यान में रखते हुए केन्द्रीय स्वास्थ्य राज्यमंत्री बनाई गईं अनुप्रिया पटेल सांसद बनने से पूर्व इसी कुर्मी बाहुल्य रोहनिया सीट से अपना दल की विधायक थीं। उनके सांसद बनने के बाद हुए उपचुनाव में अपना दल-बीजेपी की ओर से रोहनिया विधानसभा से कृष्णा पटेल को उम्मीदवार बनाया गया लेकिन समाजवादी पार्टी के महेन्द्र पटेल ने बाजी मारी। महेन्द्र पटेल कुर्मी बाहुल्य सेवापुरी विधानसभा से विधायक सपा के लोकनिर्माण विभाग के राज्यमंत्री सुरेन्द्र पटेल के भाई हैं। जेडीयू नेतृत्व को पता है अगर रोहनियां, सेवापुरी और कैंट विधानसबा सीट जेडीयू किसी तरह जीतने में कामयाब होती है तो इसका संदेश दूर तक जाएगा।
जेडीयू ने झोंकी ताकत-
रोहनियां सीट पर जेडीयू ने युवा समाजसेवी डॉ. आरएस सिंह पटेल को और वाराणसी से सटी चंदौली जिले की मुगलसराय सीट से जेडीयू जिलाध्यक्ष दयाराम पटेल को प्रत्याशी भी घोषित कर दिया गया है। मेहनती और साफ सुथरी छवि के डॉ. आरएस सिंह पटेल मौके की नजाकत को समझते हुए अभी से प्रचार अभियान में जुट गए हैं। उनकी सक्रियता बाढ़ राहत शिविर से लेकर, जेडीयू संदेश रथ यात्रा, शराबबंदी मुहिम के लिए निकाली गई बाइक रैली और हर दिन गांव स्तर पर किए जा रहे जनसम्पर्क के रूप से साफ देखी जा रही है। वाराणसी संसदीय क्षेत्र में आने वाली विधानसभाएं जेडीयू के लिए कितनी जरूरी हैं इसका अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि पार्टी ने बिहार के जेडीयू प्रदेश सचिव परमहंस कुमार को वाराणसी का प्रभारी बनाकर ज्यादा समय यहीं बिताने के लिए कहा है। इतना ही नहीं विधायक वशिष्ठ सिंह पटेल और पूर्व विधायक प्रमोद पटेल को भी समय-समय पर वाराणसी समेत पूर्वांचल के जिलों में भेजा जा रहा है।
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सम्मेलनों के मुख्य अतिथि प्रदेश प्रभारी राज्य सभा सांसद आरसीपी सिंह होंगे और अध्यक्षता प्रदेश अध्यक्ष यूपी जदयू सुरेश निरंजन भैया जी करेंगे। इसके साथ विशिष्ट अतिथि के रूप में विधायक वशिष्ठ सिंह पटेल और पूर्व विधायक प्रमोद पटेल मौजूद रहेंगे। रोहनिया के लिए डॉ.आरएस सिंह पटेल, सेवापुरी के लिए अवधेश सिंह पटेल और कैंट विधानसभा के लिए सुशील कश्यप को जिम्मेदारी सौंपी गई है।
क्यों खास है रोहनिया- सेवापुरी-कैंट विधानसभा सीट-
कुर्मी(पटेल) समाज के वोट बैंक को ध्यान में रखते हुए केन्द्रीय स्वास्थ्य राज्यमंत्री बनाई गईं अनुप्रिया पटेल सांसद बनने से पूर्व इसी कुर्मी बाहुल्य रोहनिया सीट से अपना दल की विधायक थीं। उनके सांसद बनने के बाद हुए उपचुनाव में अपना दल-बीजेपी की ओर से रोहनिया विधानसभा से कृष्णा पटेल को उम्मीदवार बनाया गया लेकिन समाजवादी पार्टी के महेन्द्र पटेल ने बाजी मारी। महेन्द्र पटेल कुर्मी बाहुल्य सेवापुरी विधानसभा से विधायक सपा के लोकनिर्माण विभाग के राज्यमंत्री सुरेन्द्र पटेल के भाई हैं। जेडीयू नेतृत्व को पता है अगर रोहनियां, सेवापुरी और कैंट विधानसबा सीट जेडीयू किसी तरह जीतने में कामयाब होती है तो इसका संदेश दूर तक जाएगा।
जेडीयू ने झोंकी ताकत-
रोहनियां सीट पर जेडीयू ने युवा समाजसेवी डॉ. आरएस सिंह पटेल को और वाराणसी से सटी चंदौली जिले की मुगलसराय सीट से जेडीयू जिलाध्यक्ष दयाराम पटेल को प्रत्याशी भी घोषित कर दिया गया है। मेहनती और साफ सुथरी छवि के डॉ. आरएस सिंह पटेल मौके की नजाकत को समझते हुए अभी से प्रचार अभियान में जुट गए हैं। उनकी सक्रियता बाढ़ राहत शिविर से लेकर, जेडीयू संदेश रथ यात्रा, शराबबंदी मुहिम के लिए निकाली गई बाइक रैली और हर दिन गांव स्तर पर किए जा रहे जनसम्पर्क के रूप से साफ देखी जा रही है। वाराणसी संसदीय क्षेत्र में आने वाली विधानसभाएं जेडीयू के लिए कितनी जरूरी हैं इसका अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि पार्टी ने बिहार के जेडीयू प्रदेश सचिव परमहंस कुमार को वाराणसी का प्रभारी बनाकर ज्यादा समय यहीं बिताने के लिए कहा है। इतना ही नहीं विधायक वशिष्ठ सिंह पटेल और पूर्व विधायक प्रमोद पटेल को भी समय-समय पर वाराणसी समेत पूर्वांचल के जिलों में भेजा जा रहा है।
अभी तक नहीं बदला है तो
अब तुरंत बदल दें अपने ATM कार्ड का PIN नंबर यदि आप चाहते हैं कि आपका
बैंक अकाउंट सिक्योर रहे और आपकी गाढ़ी कमाई किसी दूसरे के हाथों में न
चली जाए, तो अभी तुरंत ही अपने ATM कार्ड का PIN नंबर बदल दें।
नई दिल्ली (ब्यूरो)। एटीएम कार्ड से संबंधित सूचना चोरी होने की खबर से
परेशान ग्राहकों को बैंकों ने एक सलाह दी है कि वे अपने कार्ड का पिन नंबर
तुरंत बदल दें। वहीं भारतीय स्टेट बैंक अपने छह लाख कार्ड धारकों के एटीएम
कार्ड को ब्लॉक कर इन्हें बदलने की प्रक्रिया शुरु कर दी है। इसकी वजह
ग्राहकों से संबंधित सूचना लीक होना है। उधर, वित्त मंत्रालय ने साइबर
अपराधियों की तरफ से हुए इस हमले और इससे लाखों भारतीय बैंक ग्राहकों से
जुड़ी सूचना के चोरी होने पर बैंकों से जानकारी मांगी है।
Read more at: http://timeshindi.com/national-news/222626.html
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