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यरूशलम : जाने-माने फिल्म निर्देशक श्याम बेनेगल का मानना है कि भारतीय सिनेमा को हमेशा ‘सत्यजीत रे के पहले और बाद’ के रूप में जाना जायेगा और ‘पाथेर पंचाली’ के निर्देशक के फिल्म निर्माण की तकनीक का अनुकरण कोई फिल्म निर्देशक नहीं कर पाया है।
इस्राइल में ‘सत्यजीत रे फिल्म रेट्रोस्पेक्टिव’ की शुरआत के मौके पर लगभग पूरी तरह भरे सभागार में अपने संबोधन के दौरान बेनेगल ने ये बात कही। राष्ट्रीय पुरस्कार से सम्मानित निर्देशक ने कहा कि भारतीय सिनेमा में रे के प्रवेश के बाद लोगों को पता चला कि वे क्या करने में नाकाम रहते थे। बेनेगल ने कहा, ‘सत्यजीत रे वास्तव में सबसे महत्वपूर्ण भारतीय फिल्म निर्माता हैं। मुझे नहीं लगता कि उनके जैसा कोई और हुआ है।’
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यरूशलम : जाने-माने फिल्म निर्देशक श्याम बेनेगल का मानना है कि भारतीय सिनेमा को हमेशा ‘सत्यजीत रे के पहले और बाद’ के रूप में जाना जायेगा और ‘पाथेर पंचाली’ के निर्देशक के फिल्म निर्माण की तकनीक का अनुकरण कोई फिल्म निर्देशक नहीं कर पाया है।
इस्राइल में ‘सत्यजीत रे फिल्म रेट्रोस्पेक्टिव’ की शुरआत के मौके पर लगभग पूरी तरह भरे सभागार में अपने संबोधन के दौरान बेनेगल ने ये बात कही। राष्ट्रीय पुरस्कार से सम्मानित निर्देशक ने कहा कि भारतीय सिनेमा में रे के प्रवेश के बाद लोगों को पता चला कि वे क्या करने में नाकाम रहते थे। बेनेगल ने कहा, ‘सत्यजीत रे वास्तव में सबसे महत्वपूर्ण भारतीय फिल्म निर्माता हैं। मुझे नहीं लगता कि उनके जैसा कोई और हुआ है।’
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