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भोपाल पुलिस की गिरफ्त में बैठी योगेश्वरी नाम की ये वही लडकी है जो घर के एक बंद कमरे में अपने प्रेमी विभाष वर्धन से मीठी-मीठी बातें कर रही थी। विभाष इसकी साजिशों से अंजान था और ये उसे अपनी बाहों में भरकर उसके कत्ल की तैयारी कर रही थी। सब कुछ योगेश्वरी के प्लान के मुताबिक ही चल रहा था और जैसे ही योगेश्वरी को मौका मिला एक चाकू से वार कर इसने अपने प्रेमी विभाष की जान ली।
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भोपाल पुलिस की गिरफ्त में बैठी योगेश्वरी नाम की ये वही लडकी है जो घर के एक बंद कमरे में अपने प्रेमी विभाष वर्धन से मीठी-मीठी बातें कर रही थी। विभाष इसकी साजिशों से अंजान था और ये उसे अपनी बाहों में भरकर उसके कत्ल की तैयारी कर रही थी। सब कुछ योगेश्वरी के प्लान के मुताबिक ही चल रहा था और जैसे ही योगेश्वरी को मौका मिला एक चाकू से वार कर इसने अपने प्रेमी विभाष की जान ली।
पुलिस के मुताबिक विभाष और योगेश्वरी दोनों एक दूसरे को बहुत चाहते थे। लेकिन गुजरते वक्त के साथ प्यार की इस कहानी में जब से एक दूसरी लडकी ने दस्तक दी थी। योगेश्वरी का दिल टूट गया था। सूत्रों के मुताबिक विभाष एक दूसरी लडकी से प्यार करने लगा था और इसी बात ने योगेश्वरी को गहरी नफरत से भर दिया था। इतनी नफरत कि योगेश्वरी ने अपने प्रेमी विभाष को मौत के घाट उतारने का फैसला कर लिया।
एक प्रेमी दीवानी के दिल में सुलग रहे इंतकाम की इस कहानी से लोग अंजान थे। योगेश्वरी किसी भी कीमत पर अपने दगाबाज प्रेमी विभाष वर्धन को मौत की सजा देना चाहती थी। इसके लिए उसने बडे ही सुनियोजित तरीके से सारा इंतजाम भी कर लिया।
अपने दगाबाज प्रेमी विभाष वर्धन को मौत की सजा देने के लिए योगेश्वरी ने बेहद ही पुख्ता प्लानिंग की थी। उसने पहले तो ऑन लाइन शॉपिंग के जरिए एक धारदार चाकू की खरीददारी की और फिर पांच जून को तडके अपने खूनी इरादों के साथ विभाष के घर पहुंच गई....विभाष अपनी प्रेमिका योगेश्वरी के खौफनाक इरादों से अंजान था।
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