--
-- -Sponsor-
--
एक वर्ष में चार नवरात्र चैत्र, आषाढ़, आश्विन और माघ महीने की शुक्ल प्रतिपदा से नवमी तक नौ दिन के होते हैं। इनमें चैत्र और आश्विन नवरात्रि प्रमुख हैं। आश्विन नवरात्रि का महत्व सबसे अधिक है। इनको क्रमानुसार वासंती और शारदीय नवरात्र भी कहते हैं। चैत्र नवरात्र, चैत्र मास के शुक्ल पक्ष की प्रतिप्रदा से प्रारम्भ होता है। चैत्र में आने वाले नवरात्र में अपने कुल देवी-देवताओं की पूजा का विशेष प्रावधान माना गया है। चैत्र नवरात्रि प्रभु राम के जन्मोत्सव से जुड़ी है। चैत्र नवरात्र में हम आह्वान करते है ताकि माँ हमे समस्याओं , रोगों, संकटो , दुश्मनों और आपदाओं से सामना करने के लिए हमे शक्ति एवं सामर्थ्य प्रदान करे।
Navratri Day 1 (Partipada) – April 08, 2016
Navratri Day 2 (Dwitiya & Teej ) – April 09, 2016
-- -Sponsor-
--
एक वर्ष में चार नवरात्र चैत्र, आषाढ़, आश्विन और माघ महीने की शुक्ल प्रतिपदा से नवमी तक नौ दिन के होते हैं। इनमें चैत्र और आश्विन नवरात्रि प्रमुख हैं। आश्विन नवरात्रि का महत्व सबसे अधिक है। इनको क्रमानुसार वासंती और शारदीय नवरात्र भी कहते हैं। चैत्र नवरात्र, चैत्र मास के शुक्ल पक्ष की प्रतिप्रदा से प्रारम्भ होता है। चैत्र में आने वाले नवरात्र में अपने कुल देवी-देवताओं की पूजा का विशेष प्रावधान माना गया है। चैत्र नवरात्रि प्रभु राम के जन्मोत्सव से जुड़ी है। चैत्र नवरात्र में हम आह्वान करते है ताकि माँ हमे समस्याओं , रोगों, संकटो , दुश्मनों और आपदाओं से सामना करने के लिए हमे शक्ति एवं सामर्थ्य प्रदान करे।
Navratri Day 1 (Partipada) – April 08, 2016
Navratri Day 2 (Dwitiya & Teej ) – April 09, 2016
Navratri Day 3 (Chaturthi) – April 10, 2016
Navratri Day 4 (Panchami) – April 11, 2016
Navratri Day 6 (Shashthi) – April 12, 2016
Navratri Day 7 (Saptami) – April 13, 2016
Navratri Day 8 (Ashtami) – April 14, 2016
Navratri Day 9 (Navami) – April 15, 2016
Navratri Day 10 (Dashami) – April 16, 2016
--
Sponsored Links:-
wow its nice information..i like it
ReplyDelete