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--सिडनी : भारत के स्टार बल्लेबाज विराट कोहली ने अपने आक्रामक रवैये का खुलासा करते हुए कहा कि इसका एक हिस्सा उन्हें अपने परिवार से मिला जबकि बाकी के लिए वह प्रक्रिया जिम्मेदार है जिससे संघर्ष करके उन्होंने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में जगह बनाई।
कोहली ने यह भी कहा कि जब मैं अंतरराष्ट्रीय स्तर पर आया तो ऐसा खिलाड़ी बनना चाहता था जिसे विरोधी खिलाड़ी आउट करना चाहें। मैं अंतिम एकादश में एक अन्य खिलाड़ी कभी नहीं बनना चाहता था। मैं हमेशा ऐसा खिलाड़ी बनना चाहता था जिसे विरोधी टीम पहले आउट करना चाहे। कोहली ने साथ ही बताया कि किसी तरह सचिन तेंदुलकर ने उन्हें बेहतर क्रिकेटर बनने में मदद की। उन्होंने कहा कि उन्होंने (सचिन) हमेशा उन छोटी चीजों में मेरी मदद की जो मैं अपने खेल में सुधार सकता था। अगर उन्हें कुछ दिखता था तो वह खुद मेरे पास आकर मुझे कहते थे। आपके पास उसके दर्जे के लोग नहीं होते तो खुद आकर युवा से इस तरह की बात करें। कोहली ने कहा कि सचिन की सलाह के बाद वे आज इस मुकाम तक पहुंचे हैं।
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--सिडनी : भारत के स्टार बल्लेबाज विराट कोहली ने अपने आक्रामक रवैये का खुलासा करते हुए कहा कि इसका एक हिस्सा उन्हें अपने परिवार से मिला जबकि बाकी के लिए वह प्रक्रिया जिम्मेदार है जिससे संघर्ष करके उन्होंने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में जगह बनाई।
कोहली ने यह भी कहा कि जब मैं अंतरराष्ट्रीय स्तर पर आया तो ऐसा खिलाड़ी बनना चाहता था जिसे विरोधी खिलाड़ी आउट करना चाहें। मैं अंतिम एकादश में एक अन्य खिलाड़ी कभी नहीं बनना चाहता था। मैं हमेशा ऐसा खिलाड़ी बनना चाहता था जिसे विरोधी टीम पहले आउट करना चाहे। कोहली ने साथ ही बताया कि किसी तरह सचिन तेंदुलकर ने उन्हें बेहतर क्रिकेटर बनने में मदद की। उन्होंने कहा कि उन्होंने (सचिन) हमेशा उन छोटी चीजों में मेरी मदद की जो मैं अपने खेल में सुधार सकता था। अगर उन्हें कुछ दिखता था तो वह खुद मेरे पास आकर मुझे कहते थे। आपके पास उसके दर्जे के लोग नहीं होते तो खुद आकर युवा से इस तरह की बात करें। कोहली ने कहा कि सचिन की सलाह के बाद वे आज इस मुकाम तक पहुंचे हैं।
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