जेल में बांधी भाई को राखी, फूट फूटकर रोने लगी बहन

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मेरठ. रक्षाबंधन का त्योहार जेल में भी हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। यहां के चौधरी चरण सिंह कारागार में बहनों को भाइयों से मिलाने के लिए खास तैयारी की गई थी। कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच बहनों की जेल में बंद भाइयों से मुलाकात कराई गई। इस दौरान जब बहनों ने अपने भाई की कलाई पर राखी बांधींं तो अपने आंसू नहीं रोक सकींं। भाई भी इस दौरान भावुक हो गए। 
 
- जेल में भाई की कलाई पर राखी बांधते समय बहनें भावुक हो गईं और फुट-फुट कर रोने लगी।
- भाइयों ने बहनों को रक्षा करने का वादा करते हुए कहा कि वो जल्‍द ही रिहा होकर बाहर आ जाएंंगे।
- इस दौरान बहनों ने अपने सुख दुख भी भाइयों के साथ साझा किए।
- बहनें परिवार के लोगों के साथ अपने भाई के हाथ पर राखी बांधने के लिए जेल पहुंची थींं।
जेल का माहौल भी दिखा भावुक
- रक्षाबंधन पर जेल के अंदर मुलाकात परिसर में जब बहनें अपने भाइयों को राखी बांध रही थींं तब वे भावुक हो रही थींं।
- कई महिलाएं ऐसी थींं जिनके आंसू अपने भाई को देखकर नहीं रूक रहे थे।
- इस माहौल को देख वहां मौजूद हर कोई भावुक हो रहा था।
- बहनों ने कहा कि उनके भाई की कलाई सूनी रह जाती तो वह अपने आपको को माफ नहीं कर पाती।
मुस्लिम बहनों ने भी बांधी राखी
- रक्षाबंधन पर हिंदू बहनें ही अपने भाई को राखी नहीं बांध रही थी।
- कई मुस्लिम बहनें भी ऐसी थींं, जो जेल में बंद अपने भाई को राखी बांधने पहुंची थींं।
- इन बहनों ने अपने भाई के लिए दुआ की। भाई ने भी बहन की लंबी आयु और खुशहाल जीवन की दुआ की।
- बहनों ने न केवल अपने भाई के माथे पर टीका लगाया, बल्कि रक्षा सूत्र बांधकर उनका मुंह भी मीठा कराया।
- वरिष्ठ जेल अधीक्षक एसएचएम रिजवी ने भी मुलाकात करने आई बहनों से अपने कलाई पर राखी बंधवाया।
कड़े रहे सुरक्षा के इंतजाम, बेहतर रही व्यवस्था
- मुलाकात के लिए अधिक भीड़ आने के कारण जेल प्रशासन ने कड़ी सुरक्षा व्यवस्था की हुई थी।
- वरिष्ठ जेल अधीक्षक ने बताया कि इस बार बैरिकेडिंग की गई थी, ताकि कोई लाइन न तोड़ सके।
- धूप और बारिश से बहनों को बचाने के लिए बैैरिकेडिंग के ऊपर टेंट लगाया गया था।
- सुबह से ही मुलाकात कराने के लिए लंबी लाइन लग गई थी।
- लाइन में लगी सभी बहनों को उनके भाइयों से मुलाकात कराकर राखी बंधवाने का मौका दिया गया।
 
 

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