नई दिल्ली: वाइस एडमिरल सुनील लांबा को अगला नौसेना प्रमुख नियुक्त किया गया है और वह 31 मई को प्रभार संभालेंगे। फिलहाल वह पश्चिमी नौसेना कमान के फ्लैग ऑफिसर कमांडिंग इन चीफ (एफओसी-इन-सी) हैं।
नौवहन एवं निर्देशन में विशेषज्ञ 58 वर्षीय लांबा का नौसेना प्रमुख पद पर कार्यकाल तीन साल का होगा। वह एडमिरल आर के धवन का स्थान लेंगे जो सेवानिवृत्त हो रहे हैं। डिफेंस सर्विसेज स्टाफ कॉलेज के छात्र रह चुके लांबा नौसेना प्रमुख बनने वाले 21 वें भारतीय होंगे. प्रथम दो नौसेना प्रमुख ब्रिटिश थे।
वह 31 मई को एडमिरल धवन से पदभार लेंगे और वह 31 मई 2019 तक इस पर रहेंगे। रक्षा मंत्रालय के प्रवक्ता ने आज बताया कि सरकार ने वाइस एडमिरल सुनील लांबा को अगला नौसेना प्रमुख नियुक्त किया है।
उनकी नियुक्ति 31 मई की दोपहर से प्रभावी होगी। तीन दशक से अधिक समय के करियर में समृद्ध ऑपरेशनल एवं स्टाफ अनुभव रखने वाले लांबा ने जंगी जहाज आईएनएस सिंधुदुर्ग और फ्रिगेट आईएनएस दुनागिरि पर नेविगेटिंग अधिकारी के तौर पर सेवाएं दी है।
वह अग्रिम पंक्ति के चार जंगी जहाजों का कमान संभाल चुके है। जिनमें आईएनएस काकीनाडा, आईएनएस हिमगिरि और आईएनएस रणविजय और आईएनएस मुंबई शामिल है। वह कॉलेज ऑफ डिफंेस मैनेजमेंट, सिकंदराबाद से भी जुड़े रह चुके हैं जहां उन्होंने संकाय सदस्य के रूप में सेवा दी।
लांबा पश्चिमी बेड़े के फ्लीट ऑपरेशन ऑफिसर और दक्षिणी एवं पूर्वी नौसेना कमान के चीफ ऑफ स्टाफ का काम भी कर चुके हैं। वह पश्चिमी नौसेना कमान का प्रमुख नियुक्त किए जाने से पहले दक्षिणी नौसेना कमान के कमांडर इन चीफ थे। उन्हें परम विशिष्ट सेवा पदक और अति विशिष्ट सेवा पदक से भी सम्मानित किया जा चुका है।
0 comments:
Post a Comment