--
-- --
--
नई दिल्ली : संकट के समय आप 100 नंबर डायल करें और आपको यह सुनाई दे कि ‘इस रूट की सभी लाइनें व्यस्त हैं, कृपया थोड़ी देर बाद डायल करें’ तो आश्चर्य में न पड़ें। ऐसे आपात नंबरों पर लाइन व्यस्त होने का मुद्दा दिल्ली पुलिस द्वारा केन्द्रीय गृह सचिव राजीव महर्षि की अध्यक्षता में हाल ही में हुई एक उच्च स्तरीय बैठक में उठाया गया।
जिस पर अधिकारियों ने दूरसंचार मंत्रालय को इस समस्या का समाधान निकालने को कहा। आधिकारिक सूत्रों ने कहा कि रोजाना अपने कंट्रोल रूम में औसतन 22,000 कॉल्स दिल्ली पुलिस प्राप्त करती है। पुलिस ने गृह मंत्रालय को सूचित किया कि नेटवर्क जाम होने के चलते 100 नंबर से आने वाली कई कॉल्स रुक जाती हैं।
उन्होंने लाइन व्यस्त होने के चलते नहीं मिलीं या ड्रॉप हुई कॉल्स की संख्या नहीं दी। लेकिन, यह कहते हुए अधिकारियों का ध्यान आकषिर्त किया कि यह गंभीर मामला है और इसका जल्द से जल्द समाधान निकाले जाने की जरूरत है। इन कॉल्स का जवाब देने वाले पुलिस कर्मियों ने भी पीड़ित व्यक्तियों से मिली प्रतिक्रिया के आधार पर यह समस्या स्वीकार की है।
एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि दूरसंचार मंत्रालय की मदद से इसे हल करने के लिए कदम उठाए जा रहे हैं। दूरसंचार विभाग ने सभी सरकारी व निजी सेवा प्रदाताओं को पुलिस हेल्पलाइन नंबर 100 के लिए ट्रैफिक का विवरण और उपलब्ध कराई जा रही टेलीफोन लाइनों की संख्या उपलब्ध कराने को कहा है।
-- Sponsored Links:-
-- --
--
नई दिल्ली : संकट के समय आप 100 नंबर डायल करें और आपको यह सुनाई दे कि ‘इस रूट की सभी लाइनें व्यस्त हैं, कृपया थोड़ी देर बाद डायल करें’ तो आश्चर्य में न पड़ें। ऐसे आपात नंबरों पर लाइन व्यस्त होने का मुद्दा दिल्ली पुलिस द्वारा केन्द्रीय गृह सचिव राजीव महर्षि की अध्यक्षता में हाल ही में हुई एक उच्च स्तरीय बैठक में उठाया गया।
जिस पर अधिकारियों ने दूरसंचार मंत्रालय को इस समस्या का समाधान निकालने को कहा। आधिकारिक सूत्रों ने कहा कि रोजाना अपने कंट्रोल रूम में औसतन 22,000 कॉल्स दिल्ली पुलिस प्राप्त करती है। पुलिस ने गृह मंत्रालय को सूचित किया कि नेटवर्क जाम होने के चलते 100 नंबर से आने वाली कई कॉल्स रुक जाती हैं।
उन्होंने लाइन व्यस्त होने के चलते नहीं मिलीं या ड्रॉप हुई कॉल्स की संख्या नहीं दी। लेकिन, यह कहते हुए अधिकारियों का ध्यान आकषिर्त किया कि यह गंभीर मामला है और इसका जल्द से जल्द समाधान निकाले जाने की जरूरत है। इन कॉल्स का जवाब देने वाले पुलिस कर्मियों ने भी पीड़ित व्यक्तियों से मिली प्रतिक्रिया के आधार पर यह समस्या स्वीकार की है।
एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि दूरसंचार मंत्रालय की मदद से इसे हल करने के लिए कदम उठाए जा रहे हैं। दूरसंचार विभाग ने सभी सरकारी व निजी सेवा प्रदाताओं को पुलिस हेल्पलाइन नंबर 100 के लिए ट्रैफिक का विवरण और उपलब्ध कराई जा रही टेलीफोन लाइनों की संख्या उपलब्ध कराने को कहा है।
-- Sponsored Links:-
0 comments:
Post a Comment