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सहारनपुर : देश में डॉक्टरों की कमी को रेखांकित करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को सरकारी चिकित्सकों की सेवानिवृत्ति की आयु बढ़ाकर 65 साल करने का ऐलान किया और कहा कि केंद्रीय मंत्रिमंडल इस सप्ताह फैसले पर अपनी मुहर लगाएगा। अपनी सरकार के दो साल पूरे होने के मौके पर आयोजित रैली में मोदी ने कहा कि देश में और डॉक्टरों की जरूरत है लेकिन उनकी सरकार के दो साल के कार्यकाल में कमी को पूरा करना संभव नहीं था।
मोदी ने कहा कि इस फैसले के दायरे में सभी सरकारी डॉक्टर आएंगे, चाहे राज्य सरकार के अधीन काम कर रहे हों या केंद्र सरकार के अधीन। उन्होंने कहा, 'डॉक्टरों की कमी है। सरकारी अस्पतालों में उनकी सेवानिवृत्ति की उम्र कुछ राज्यों में 60 साल है, कुछ राज्यों में 62 साल है। अगर पर्याप्त चिकित्सा संस्थान होते तो डॉक्टरों की संख्या भी अधिक होती और हम कमी महसूस नहीं करते। दो साल में चिकित्सक तैयार करना कठिन है लेकिन गरीब परिवारों को बिना चिकित्सकों के जीने के लिए बाध्य नहीं किया जा सकता।'
मोदी ने कहा, 'इसलिए मैं उत्तर प्रदेश से मेरे देशवासियों के लिए घोषणा करना चाहता हूं कि इस सप्ताह हमारी सरकार की कैबिनेट फैसला करेगी और हमारे चिकित्सकों, चाहे राज्यों में हों या भारत सरकार में, की सेवानिवृत्ति आयु 60 या 62 साल के बजाय 65 साल होगी।' प्रधानमंत्री ने कहा कि इससे डॉक्टर लंबी अवधि तक रोगियों की सेवा कर सकेंगे और शिक्षा प्रदान कर सकेंगे। उन्होंने कहा कि उनकी सरकार और अधिक मेडिकल कॉलेज खोलने की दिशा में भी तेजी से काम कर रही है ताकि क्षेत्र में और अधिक डॉक्टर हों।
मोदी ने इस घोषणा से पहले डॉक्टरों से अपील की थी कि प्रत्येक महीने के नौवें दिन गरीब गर्भवती महिलाओं का निशुल्क उपचार करें। उन्होंने कहा कि इससे गरीबों में बीमारियों से लड़ने के उनकी सरकार के प्रयासों में मदद मिलेगी। उन्होंने कहा कि अगर एक करोड़ परिवार एलपीजी सब्सिडी छोड़ सकते हैं तो उन्हें विश्वास है कि डॉक्टर एक साल में 12 दिन गरीब गर्भवती महिलाओं की सेवा कर सकते हैं।
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मोदी ने कहा कि इस फैसले के दायरे में सभी सरकारी डॉक्टर आएंगे, चाहे राज्य सरकार के अधीन काम कर रहे हों या केंद्र सरकार के अधीन। उन्होंने कहा, 'डॉक्टरों की कमी है। सरकारी अस्पतालों में उनकी सेवानिवृत्ति की उम्र कुछ राज्यों में 60 साल है, कुछ राज्यों में 62 साल है। अगर पर्याप्त चिकित्सा संस्थान होते तो डॉक्टरों की संख्या भी अधिक होती और हम कमी महसूस नहीं करते। दो साल में चिकित्सक तैयार करना कठिन है लेकिन गरीब परिवारों को बिना चिकित्सकों के जीने के लिए बाध्य नहीं किया जा सकता।'
मोदी ने कहा, 'इसलिए मैं उत्तर प्रदेश से मेरे देशवासियों के लिए घोषणा करना चाहता हूं कि इस सप्ताह हमारी सरकार की कैबिनेट फैसला करेगी और हमारे चिकित्सकों, चाहे राज्यों में हों या भारत सरकार में, की सेवानिवृत्ति आयु 60 या 62 साल के बजाय 65 साल होगी।' प्रधानमंत्री ने कहा कि इससे डॉक्टर लंबी अवधि तक रोगियों की सेवा कर सकेंगे और शिक्षा प्रदान कर सकेंगे। उन्होंने कहा कि उनकी सरकार और अधिक मेडिकल कॉलेज खोलने की दिशा में भी तेजी से काम कर रही है ताकि क्षेत्र में और अधिक डॉक्टर हों।
मोदी ने इस घोषणा से पहले डॉक्टरों से अपील की थी कि प्रत्येक महीने के नौवें दिन गरीब गर्भवती महिलाओं का निशुल्क उपचार करें। उन्होंने कहा कि इससे गरीबों में बीमारियों से लड़ने के उनकी सरकार के प्रयासों में मदद मिलेगी। उन्होंने कहा कि अगर एक करोड़ परिवार एलपीजी सब्सिडी छोड़ सकते हैं तो उन्हें विश्वास है कि डॉक्टर एक साल में 12 दिन गरीब गर्भवती महिलाओं की सेवा कर सकते हैं।
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